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18 Jun 2023 · 1 min read

कितना आसान हो गया है धार्मिक भावनाएं आहत होना या करना ! यह स

कितना आसान हो गया है धार्मिक भावनाएं आहत होना या करना ! यह सब तब होता है जब आप खुद सही गलत का निर्णय नहीं लेते । आप उस भीड़ का हिस्सा बनना चाहते है जो किसी विशेष प्रोपोगेंडा के तहत चलाया जा रहा हो ।

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