Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2023 · 1 min read

रावण दहन

जलते हुए दशानन ने पूछा क्या तुम में राम कोई,
जो मुझको आग लगाते हो?
प्रतिउत्तर में सुन रावण ऐसा होता है आखिर क्यों।
अहंकार त्रेतायुग में या हो घमंड इस कलियुग में,
केवल जन्मेगा रावण ही, कुछ और कदापि नहीं होगा,
एक प्रकांड विद्वान, भक्त शिव का अनन्य, साधक, पूजक,
स्वयं सहोदरा प्रेम विवश, बदला लेने अपमानों का,
कर लिया अपहरण सीता का?
थी अगर कहीं सामर्थ्य दशानन,
करते युद्ध, पराजित करते राम लक्षमण दोनों को,
निर्दोष जानकी को हर के क्या पौरुष हार नहीं गये तुम?
अहंकार ही था जिसके वश क्रोधांध हो कर तुमने,
निज अपने हाथों ध्वंस किया निज शौर्य, वीरता का रावण,
सीता का सत रहा अखंडित स्वयं जानकी के सत से,
एक सती नारि का तेज सहन ना कर सकता था तू रावण,
अपने असफल प्रयासों को मत संयम की संज्ञायें दे,
ना ही अपने हठयोगों को शिव भक्ति की महिमाएं दे,
शिवभक्त लीन हो ओम नाद में परब्रह्म पा लेता है,
नहीं कदापि निर्दोष नार को अपह्रत कर, सर्वस्व युद्ध में स्वाहा कर,
लीला विनाश की करता है,
यदि “विद्या ददाति विनयम “सच है, जो कि है,
तो तेरी वो छद्म विद्वता आसुरी शक्ति से हार गई,
जब हुआ सामना मर्यादापुरुषोत्तम की क्रोधाग्नि से,
तब दशमी विजया हुई विजय सच ने असत्य पर थी पाई।
ना सही राम हम में कोई, संकल्प शक्ति से तुझ जैसा
हर रावण नष्ट करेंगे हम,
मर्यादा हर रक्खेंगे हम।

Language: Hindi
1 Like · 78 Views
Books from Anjali Singh
View all

You may also like these posts

तालीम का मजहब
तालीम का मजहब
Nitin Kulkarni
सब के सब
सब के सब
Dr fauzia Naseem shad
The battle is not won by the one who keep complaining, inste
The battle is not won by the one who keep complaining, inste
पूर्वार्थ
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
अर्चना मुकेश मेहता
अक्सर तुट जाती हैं खामोशी ...
अक्सर तुट जाती हैं खामोशी ...
Manisha Wandhare
* का बा v /s बा बा *
* का बा v /s बा बा *
Mukta Rashmi
दौड़ी जाती जिंदगी,
दौड़ी जाती जिंदगी,
sushil sarna
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
बाबा साहब आ जा
बाबा साहब आ जा
Mahender Singh
बसंती बहार
बसंती बहार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जिक्र
जिक्र
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
कभी आंखों में ख़्वाब तो कभी सैलाब रखते हैं,
कभी आंखों में ख़्वाब तो कभी सैलाब रखते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कसम, कसम, हाँ तेरी कसम
कसम, कसम, हाँ तेरी कसम
gurudeenverma198
लोग तुम्हे जानते है अच्छी बात है,मायने तो यह रखता है की आपको
लोग तुम्हे जानते है अच्छी बात है,मायने तो यह रखता है की आपको
Rj Anand Prajapati
3584.💐 *पूर्णिका* 💐
3584.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*
*"जहां भी देखूं नजर आते हो तुम"*
Shashi kala vyas
हंस रहा हूं मैं तेरी नजरों को देखकर
हंस रहा हूं मैं तेरी नजरों को देखकर
भरत कुमार सोलंकी
दिवाली
दिवाली
Akash Agam
" मंजिल "
Dr. Kishan tandon kranti
A Girl Child
A Girl Child
Deep Shikha
"किसी की याद मे आँखे नम होना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*तू ही  पूजा  तू ही खुदा*
*तू ही पूजा तू ही खुदा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
🙅ओनली पूछिंग🙅
🙅ओनली पूछिंग🙅
*प्रणय*
तेरी पनाह.....!
तेरी पनाह.....!
VEDANTA PATEL
मुस्कान
मुस्कान
seema sharma
सच और झूठ
सच और झूठ
Neeraj Agarwal
आत्मबल
आत्मबल
Shashi Mahajan
हमारी भूले
हमारी भूले
C S Santoshi
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
नवल किशोर सिंह
Loading...