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7 May 2023 · 1 min read

पहले सा मौसम ना रहा

अब धरती पर गर्मी बढ़ रहा
पहले सा मौसम ना रहा
जो पेड़ था उसका फल खा रहा
पेड़ लगाने की फुर्सत ना रहा
अब कह रहा की मौसम बदल रहा
अब धरती पर गर्मी पड़ रहा
पहले सा मौसम ना रहा

हमने धरती को दे क्या रहा
प्लास्टिक का ढेर लगा रहा
पेड़ को काटकर घर बना रहा
जनसंख्या को बढ़ा रहा
जंगल साफ कर रहा
अब कह रहा की मौसम बदल रहा
अब धरती पर गर्मी पड़ रहा
पहले सा मौसम ना रहा

सुशील कुमार चौहान
फारबिसगंज अररिया बिहार

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