Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
18 Apr 2023 · 1 min read

चंद घड़ी उसके साथ गुजारी है

चंद घड़ी उसके साथ गुजारी है
उसकी आंखें बहुत प्यारी है

वह कोहिनूर का एक हिस्सा है
मेरी जिंदगी का एक किस्सा है

औकात नहीं मेरी कि उससे कुछ कह पाऊँ
चाहत यही है कि बस उसके दिल में रह पाऊँ

चंद पल के लिए वो मेरी बाहों में सो जाए
गर यह सजा है तो मुझे उम्र कैद हो जाए

लोग पूछते हैं कि वह दिखने में कैसी है
बाल हैं उसके रेश्मी आंखें हिरनी जैसी है

बड़ी मुद्दतों से पाया है अब खोने में डर लगता है
हो बिन बाती का दीपक क्या ऐसा भी हो सकता है
Anand.sharma………✍

Loading...