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18 Apr 2023 · 1 min read

सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया

सफर में महबूब को कुछ बोल नहीं पाया
लफ्ज मे दिल के खोल भी नहीं पाया
उसे भी महोबत सच मे थी मुझसे तो
दिल के लफ्जो को समझ क्यो नहीं पाया

अनिल चौबिसा
9829246588

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