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18 Feb 2023 · 1 min read

"यादों के बस्तर"

“यादों के बस्तर”

बस्तर बहारों की खुशबू से महकता है,
मेरी आँखों में वो हर रोज सँवरता है।

बस्तर की वादियाँ रह-रह के पुकारी है,
पर अब ना कहूँ कि बाकी एक पारी है।

– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति

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