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12 Nov 2022 · 1 min read

तुम ख़्याल हो

तुम ख़्याल हो
या ख्वाब हो
मेरी सोच का
क्या जवाब हो
मेरी ख़्वाहिशें
मेरी आरज़ू
मेरी दुआओं में
बेहिसाब हो
मुझे प्यार तुमसे
क्यों बे’पनाह
मेरी नेकियों का
क्या सवाब हो
मेरी ज़िन्दगी का
हो आईना
मेरी ख़्वाहिशो की
किताब हो ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

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