Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2022 · 1 min read

उसकी मुस्कराहट के , कायल हुए थे हम

उसकी मुस्कराहट के , कायल हुए थे हम
यूं ही नहीं मुहब्बत में , घायल हुए थे हम

चाहा था हमने उनको, पूजा था हमने उनको
यूं ही नहीं आशिक़ी के , कद्रदान हुए थे हम

फूलों की , की थी बारिश , उनके क़दमों में हमने
यूं ही नहीं उन्हें मुहब्बत का खुदा, क़ुबूल किये थे हम

लगाए थे हमने चक्कर , गलियों में उनकी हजारों
यूं ही नहीं दो पल दीदार की आरज़ू लिए , जिए थे हम

कोशिश थी हमारी क़दमों में उनके, हजारों खुशियाँ बिखेर दें
यूं ही नहीं आशिक़ी में, रुसवा हुए थे हम

पाकर उन्हें हमारी ख़ुशी का ठिकाना न था
यूं ही नहीं इश्क को , जूनून किये थे हम

आरज़ू थी उनके पहलू में , चंद रातें गुजर हो जाएँ
यूं ही नहीं इश्क का जाम , पिए जा रहे थे हम

किनारा कर लिया उन्होंने, दिया गम जुदाई का
यूं ही नहीं वफ़ा का दम , भरे जा रहे थे हम

उसकी मुस्कराहट के , कायल हुए थे हम
यूं ही नहीं मुहब्बत में , घायल हुए थे हम

चाहा था हमने उनको, पूजा था हमने उनको
यूं ही नहीं आशिक़ी के , कद्रदान हुए थे हम

Language: Hindi
Tag: ग़ज़ल
6 Likes · 2 Comments · 300 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

मेरी प्रिय हिंदी भाषा
मेरी प्रिय हिंदी भाषा
Anamika Tiwari 'annpurna '
पहाड़ी खाणू-धूम मचाणू!
पहाड़ी खाणू-धूम मचाणू!
Jaikrishan Uniyal
होते हैं हर शख्स के,भीतर रावण राम
होते हैं हर शख्स के,भीतर रावण राम
RAMESH SHARMA
*शाश्वत जीवन-सत्य समझ में, बड़ी देर से आया (हिंदी गजल)*
*शाश्वत जीवन-सत्य समझ में, बड़ी देर से आया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
एक ग़ज़ल :- भूला है हमने
एक ग़ज़ल :- भूला है हमने
मनोज कर्ण
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Nothing can replace consistency and hardwork.somebody may gu
Nothing can replace consistency and hardwork.somebody may gu
पूर्वार्थ देव
अनुभूति
अनुभूति
Punam Pande
मानसून को हम तरसें
मानसून को हम तरसें
प्रदीप कुमार गुप्ता
"संवाद "
DrLakshman Jha Parimal
दोहा पंचक. . . . . प्यार
दोहा पंचक. . . . . प्यार
sushil sarna
नहीं किसी का भक्त हूँ भाई
नहीं किसी का भक्त हूँ भाई
AJAY AMITABH SUMAN
वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था।
वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था।
Sanjay ' शून्य'
अहंकारी प्रवृत्ति के व्यक्तियों को मैं कभी भी अपना नहीं सकता
अहंकारी प्रवृत्ति के व्यक्तियों को मैं कभी भी अपना नहीं सकता
Rj Anand Prajapati
अपने ही घर से बेघर हो रहे है।
अपने ही घर से बेघर हो रहे है।
Taj Mohammad
एक दिन एक बुजुर्ग डाकिये ने एक घर के दरवाजे पर दस्तक देते हु
एक दिन एक बुजुर्ग डाकिये ने एक घर के दरवाजे पर दस्तक देते हु
Rituraj shivem verma
काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
"दिमागी गुलामी"
Dr. Kishan tandon kranti
हर बच्चा एक गीता है 🙏
हर बच्चा एक गीता है 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नफरत
नफरत
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Jyoti Roshni
गर्मी और नानी का आम का बाग़
गर्मी और नानी का आम का बाग़
Ami
अनंत आकाश
अनंत आकाश
Chitra Bisht
कहें सुधीर कविराय
कहें सुधीर कविराय
Sudhir srivastava
बड़ा  सूना लगे  दीवार ओ दर , तुम  नहीं होते,
बड़ा सूना लगे दीवार ओ दर , तुम नहीं होते,
Neelofar Khan
फागुन आया झूमकर, लगा सताने काम।
फागुन आया झूमकर, लगा सताने काम।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
चोपाई छंद गीत
चोपाई छंद गीत
seema sharma
2995.*पूर्णिका*
2995.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम्हारी गली से आने जाने लगे हैं
तुम्हारी गली से आने जाने लगे हैं
Shreedhar
"बिना माल के पुरुष की अवसि अवज्ञा होय।
*प्रणय प्रभात*
Loading...