Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
22 Jul 2022 · 1 min read

चेहरा छोड़ो दिल परखो

चेहरा देखकर
पहचानने का
दावा करते है जो
ज़िंदगी में
सबसे ज़्यादा
धोखा खाते है वो

हो फरेब अगर
चेहरे पर ही
तो क्या कर लेगा वो
लगी हो कई और
परतें चेहरे पर
कैसे पहचानेगा वो

है ये कलयुग
चेहरा भी असलियत
दिखाता नहीं है
है क्या किसके मन में
कभी किसी को
वो बताता नहीं है

छोड़ो चेहरों को
दिल को पढ़ने का
हुनर सीख लो
ज़िंदगी सफल होगी
तेरी तो तभी
साफ दिल हमसफर ढूंढ लो।

Loading...