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6 Jul 2022 · 1 min read

जुबां खामोश रहती है

जुबां खामोश रहती है
इशारों-इशारों मै बात हो जाती है
जहां जुबां कुछ बोल नही पाती
वहां इशारों-इशारों मे
कत्लेआम हो जाती है
यह मोहब्बत है यारों
यहां जुबां से ज्यादा
नजरें दिल का हाल बयां करती है।

~अनामिका

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