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17 Apr 2022 · 1 min read

चंद अश'आर

यार ने जिनका….. हल निकाला है ।
उन मुश्किलों को दामन में पाला है ।।

लोग घबराते हैं……. ग़मों से अपने ।
ग़मों ने ही अब तक मुझको संभाला है ।।

©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर
©काज़ीकीक़लम

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