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5 Apr 2022 · 1 min read

डगर कठिन हो बेशक मैं तो कदम कदम मुस्काता हूं

वक्त मिले तो आकर सुनना मैं गीत सुरिले गाता हूं
जीवन की तहजीब बताकर दिल अपना बहलाता हूं
नहीं और कोई चाहत दिल में बस होंठों पर गीत रहें
डगर कठिन हो बेशक मैं तो कदम-कदम मुस्काता हूं

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