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21 Mar 2022 · 1 min read

ताकत

माना कि तू ताकतवर है
पर इतना क्यू इतराता है
महाविनाश का खेल खेलता
लोगों की आह बटोरता है

दंभ है अपनी ताकत का
पर अबोधों को मारता है
कसूर क्या है जनता का
जो अपनी ताकत दिखाता है

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