Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr fauzia Naseem shad
194 Followers
Follow
Report this post
17 Feb 2022 · 1 min read
लोग मजबूर हो के
ज़िंदगी सबको
अच्छी लगती है।
लोग मजबूर हो
के मरते हैं।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
7 Likes
· 147 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like these posts
मुझे जगा रही हैं मेरी कविताएं
Mohan Pandey
दो घड़ी अयन फिर बच्चा हो गया
Mahesh Tiwari 'Ayan'
सत्य सनातन गीत है गीता, गीता परम प्रकाश है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इच्छा कभी खत्म नहीं होने वाला जो व्यक्ति यह जान लिए वह अब मो
Ravikesh Jha
बचपन
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
राम और कृष्ण
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"क्रोध"
Dr. Kishan tandon kranti
पीढ़ियों का संवाद पीढ़ियों से
Arun Prasad
मातृभाषा💓
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मधुर जवानी
Sunil Suman
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
मां की ममता
Shutisha Rajput
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
Harminder Kaur
कोरोना के प्रति जागरुकता
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
क्रिकेट
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
🙅मैं नहीं कहता...🙅
*प्रणय*
जो दिमाग़ तुमसे करवाना चाहता है वो तुम दिल से कर नहीं पाओगे,
Ravi Betulwala
जिंदगी एक सफर है सुहाना,
हरिओम 'कोमल'
4607.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जय श्रीराम हो-जय श्रीराम हो।
manjula chauhan
गीतिका छंद
Seema Garg
क्यूं एक स्त्री
Shweta Soni
88BET KRD – Link vào nhà cái 188BET trang cá cược hàng đầu
88betkrd
*सबसे महॅंगा इस समय, छपवाने का काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
डॉ. नामवर सिंह की दृष्टि में कौन-सी कविताएँ गम्भीर और ओजस हैं??
कवि रमेशराज
सर सरिता सागर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अफसोस है मैं आजाद भारत बोल रहा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
आह्वान
Shyam Sundar Subramanian
"You are still here, despite it all. You are still fighting
पूर्वार्थ
Loading...