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5 Feb 2022 · 1 min read

परपीड़क

एक परपीड़क को हमेशा दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने में मज़ा आता है , लेकिन वह यह नही समझ पाता है कि , जब वह संकट में होगा तो उसके रवैये और व्यवहार के परिणामस्वरूप उसकी मदद के लिए हाथ बढ़ाने के लिए कोई भी उसके आसपास नहीं होगा।

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