Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
26 Jan 2022 · 2 min read

उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव।

देखो उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव सर पर आ गया है।
तभी तो हर नेता झूठ की सफेद चादर ओढ़ के इंसान बन गया है।।1।।

प्रत्येक पार्टी में विधायकी के टिकट को लेकर बड़ी मारा मारी है।
कुछ नेताओं ने तो इस बात से नाराज़ होकर पार्टी ही बदल ली है।।2।।

पिछले बार चुनाव में लड़कर जीते थे विधायकी किसी दूसरी पार्टी से।
पांच साल मंत्री भी रहे बनी सरकार में में वह नेता जी उसी पार्टी से।।3।।

पुत्र को टिकट ना मिलने पर इस बार उन्होंने पार्टी फिर से बदल ली है।
उनको लगता है ऐसा करके उन्होंने अपनी और पुत्र की किस्मत बदल ली है।।4।।

साम, दाम, दंड, भेद किसी भी जतन से अपनी सरकार बनायेगें।
एक माह स्वार्थी मेहनत करके फिर से पांच साल राजा के जैसे बिताएंगे।।5।।

जनता के लिए प्रत्येक पार्टी ने वादों की बड़ी झड़ी लगा दी है।
इस बार हमको जिताओ हम काम करेंगे यह कसम खा ली है।।6।।

अब क्या कहे और क्या बताये हम भारत के अपने इस संविधान को।
जो चपरासी के लिए तो डिग्री मांगें पर सांसद, विधायक बना दे गंवार को।।7।।

पिछली बार जिस पार्टी को पानी पी पी कर जो गालियां दे रहे थे।
इस बार बड़ी निर्लज़्ज़ता से वही उसी पार्टी से चुनाव लड़ रहे है।।8।।

इन नेताओं का होता ना कुछ भी कोई ईमान, धर्म, मजहब है।
इनको तो केवल सत्ता की कुर्सी चाहिए बाकी इनके भाड़ में सब है।।9।।

कैसे बतलाये हम तुमको यहाँ की भोली भाली इस जनता को।
मुफ्त के नाम पर अपंग बना दे जो सौंप देंगें उन्हें प्रदेश की सत्ता को।।10।।

सरकार में मंत्री बन जाते है वो जिसने दी ना हो एक भी स्कूल की परीक्षा।
कई माननीय तो बन चुके है जिन्होनें पढ़ी ना थी एक भी कक्षा।।11।।

चलो हमने जो देखा राजनीति में वही चन्द पंक्तियों में लिख दिया है।
यदि बुरा लगा हो किसी को तो माफ कर देना हमने मन अपना निश्छल कर लिया है।।12।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

Loading...