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23 Jan 2022 · 1 min read

अनुभूति…

कल्पना और यथार्थ में मात्र अनुभूति का अंतर है…अनुभूति कल्पना को जीवित कर सकती है और यथार्थ को अनदेखा…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’

Language: Hindi
394 Views
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