Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
23 Jan 2022 · 1 min read

फूल ही में है मगन【मुक्तक】*

फूल ही में है मगन【मुक्तक】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
फूल बच्चे को मिला तो फूल ही में है मगन
फूल उसको लग रहा है,नौरतन अनमोल धन
दरअसल बच्चा न फूलों की वजह से खुश दिखा
भीतरी उसमें खुशी है, गीतमय संगीत मन
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता :रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर( उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 9997615451

Loading...