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21 Jan 2022 · 1 min read

क्यूँ? ?

क्यूँ दर्द और गम इतने बेहिसाब होते हैं,
क्यूँ खुशियाँ अक्सर कम हो जाती हैं,
खुलकर हँसने में भी डर-सा लगता है,
क्यूँ हँसने के बाद आंखें नम हो जाती हैं?

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