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1 Jan 2022 · 1 min read

पुकारे आप जो मुझे, ग़ुलाम आ गया

1212 + 1212 + 1212 + 12

पुकारे आप जो मुझे, ग़ुलाम आ गया
लवों पे आज फिर मिरा ही नाम आ गया

बहक न जाऊँ फिर कहीं तुम्हारे ख़्याल में
ये सोचते ही आपका सलाम आ गया

•••

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