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31 Dec 2021 · 1 min read

हसरतें

कोई करता है तेरा महज जिक्र ही ,
तो पूछो मत इस दिल पर क्या गुजरती है।
उठती है तमाम हसरतें हमारी ,
अश्क बनकर आंखों से छलकती है।

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