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N.ksahu0007@writer
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12 Dec 2021 · 1 min read
सफर
लौट कभी आए नहीं, गया वक्त जो बीत ।
सफ़र सदा पूरा करें, यही जगत की रीत ।।
©® प्रेमयाद कुमार नवीन
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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