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11 Dec 2021 · 1 min read

लक्ष्मीबाई

कुण्डलिया
लक्ष्मीबाई ले खड़ग, करती शत्रु संहार
रक्तरंजित भूमि हुई, चमक रही तलवार।।
चमक रही तलवार, भृकुटी तने बलखाई।
काट सीस भू धरे, घर रूप काली आई
नैना बरसे अनल, तवाही खूब मचाई
लहू बहाती रण में, आ गई लक्ष्मी बाई।।

ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हि० प्र०

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