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11 Dec 2021 · 1 min read

जिंदगी और मौत

जीतेजी तो कभी चैन से जीने ना दिया ।
ना कद्र की कभी न ही प्यार अपना दिया।
हम मेरी मैयत पर फूल बरसा रहे हो तुम ,
इस बर्ताव से क्या जाहिर करना चाहते हो तुम ,
आज मेरी मौत ने जिंदगी को हरा दिया ।

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