दामिनियों संग इंसाफ करो ...
क्या इंसाफ करेगा ये लचर कानून ,
मेरे देश की दामिनियों के साथ !
उनके साथ हो रहे नित्य प्रति अन्याय ,
का कोई तोड़ नहीं इनके पास ।
जहां इनके आंसुओं को पानी ,,
और दिल को खिलौना बना दिया जाए ।
जहां इनके जिस्मों को केवल मांस,
समझ के बोटी बोटी नोची जाए ।
वो एक जिंदगी है ना समझा जाए ।
एक निरीह बेबस आत्मा कितनी
पीड़ा सहती है ना एहसास किया जाए ।
और उसपर उसकी मौत को अफसाना ,
बनाकर भुला दिया जाए ।
कौन है यह कानून के ठेकेदार ,
जरा इनको बुलाया जाए ।
इनके घर भी तो है बहु बेटियां ,
माताएं ,जरा तुलना करवाई जाए ।
हर नारी है हर रूप में आदर के योग्य ,
यह बात इनको समझाई जाए।
और लाचार कानून को बदला जाए ।
तभी इंसाफ होगा देश की हर ,
दामिनियो के साथ।