Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
1 Dec 2021 · 1 min read

माहिया

माहिये
****************
1
सुन प्यार से तू सजनी,
होने वाली है,
तेरी – मेरी मँगनी।
2
बाँहों में तो आओ,
सावन आ टपका,
प्रेम झूले झुलाओ।
3
सपनों की रानी हो,
मैं उड़ता बगुला,
परियों की रानी हो।
4
मनसीरत होश उड़ा,
मर मिट मैं जाऊं,
चाँद रूपी है मुखड़ा
****************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली

Loading...