शेर
तखलीक की निखार भी तनकीद ही से है ।
कांटों में रहना होगा अगर फूल बनोगे ।?
नामुमकिन मराहिल पे फतह होगी तुम्हारी।
यह शर्त है गर राह पे तुम चलते रहोगे।
Dr sageer Ahmad Siddiqui khaira bajar bahraich
शब्दार्थ___
तखलीक= निर्माण, सृजन,पैदा करना
तनकीद= criticism،आलोचना
मराहिल =चरण
फतह= विजय ,जीत
राह= रास्ता , मार्ग