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20 Oct 2021 · 1 min read

शरद पूर्णिमा

चाँद अपने यौवन की डगर है
सौलह कलाओं से परिपूर्ण है
अमृत वर्षा हो रही किरणों से
माँ लक्ष्मै चली मिलने भक्तों से

आश्विन नक्षत्र में चाँद चमकता
धरा के सबसे पास है दिखता
माँ लक्ष्मै अवतरित हुई उदधि से
करो पूजा उनकी श्रद्धा भक्ति से

दिन है राधे कृष्ण के यह रास का
महत्व जानिए दिवस खास का
देख आसमां से यह चाँद विभोर
करने लगा है अमृत वर्षा जोर शोर

अवतरित हुए आदिदेव देवी के पुत्र
कार्तिकेय है उनके ऐसे महान सपूत
बाल्यकाल में घुटनों चले शरद ऋतु
हर्षित कर छोड़ चली वर्षा है ऋतु

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