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5 Oct 2021 · 1 min read

मानुष-मानुष में द्वेष भरैं—-

मानुष-मानुष में द्वेष भरैं, साँच धरम वह नांहि।
ज्यौं पतझड़ पत्ती डाल से, निर्दय रहै बिछाड़ि।।

Language: Hindi
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