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26 Sep 2021 · 1 min read

रोटियां

1
कहते रूखी रोटियां, तन को करें निरोग
त्याग जीभ की दासता, अपनाओ बस योग

2
दिन भर मजदूरी करें, फिर भी हैं लाचार
गिनती की बस रोटियां, खाता है परिवार

3
नेता सेके रोटियां, लगा लगा कर आग
वोट कमाने के लिए, करता भागमभाग

4
दाल भात सँग रोटियां, भोजन की हैं शान
लगते इनके सामने, फीके सब पकवान

5
मक्के की हों रोटियां, सरसों का हो साग
गुड़ मक्खन यदि साथ हो, खिलता दिल का बाग

26-09-2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 288 Views
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