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24 Sep 2021 · 1 min read

की मैं हिंदू? तूं मुसलमां?

अब्बस यूँ ही ना उलझा रह ,
की मैं हिंदू? तूं मुसलमां?

मज़हबी बहकाबे मे कभी मत रह?
पहले बन जा सभी इंसान.
शायर©किशन कारीगर

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