Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
28 Aug 2021 · 1 min read

जज्बा

आदत हो जिसको टकराने की सैलाब से,
वो कश्ती क्या डरेगी तूफान से,
अब तो हवाएं ही फैसला करेगी ,
तुम्हारी हस्ती की,
तीरे – ए – नश्तर निकल चुका है कमान से ।।

✍️ रश्मि गुप्ता@ Ray’s Gupta

Loading...