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2 Aug 2021 · 1 min read

सफर यह आसान नहीं मोहब्बत का

दिल का रिश्ता है
रूह का रिश्ता है
नजरें ढूंढती रहती हैं
हरदम ही उस साहिल को
जिसकी सागर की लहरों से
जुड़ा मेरा जन्म जन्मांतर का
रिश्ता है
प्यार की किश्ती डूब गई
मैं फिर भी उसके अवशेषों को
खोजती हूं
मैं बिना पानी में उतरे
भीग गई
फिर भी मैं उस
आसमान में खो गये
बादल को
तलाशती हूं
सफर यह आसान नहीं
मोहब्बत का
दर्द का एक दरिया है
मैं मुस्कुराते हुए पर
साहिल से टकराती
हर लहर की जुल्फ
संवारती हूं।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

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