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29 Jul 2021 · 1 min read

दोहे

कबीर तुलसी सूर को पढ़ते बीती रात
समझने की कोशिश करी पर बनी नही बात

उल्टा सीधा जोड़ कर दोहा दिया बनाए
गाली बिल्कुल मत दीजिये गर समझ ना आये

शब्दों के इस खेल में जीत है ना हार
चाहत सिर्फ इतनी सी मिले आपका प्यार

वीर कुमार जैन
29 जुलाई 2021

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 458 Views

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