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23 Jul 2021 · 1 min read

* रात *

“रात”
°°°°°°
?
जब-जब होती है , ‘रात’

घर पर होते , हम-सब;

मम्मी-पापा के ही साथ,

‘रात’ को सोते, हम-सब,

सुबह होती, जगते जब;

मुंह धोकर , पढ़ते तब;

‘रात’ को रहती है अंधेरा,

जब तक न होता, ‘सवेरा’

‘रात’ को डरता भाई मेरा,

‘रात’ को, सपने भी आते;

सपने हमें , कभी रुलाते;

कभी हम, खुश हो जाते।

०००००००००००००००००

…..✍️प्रांजल
…….कटिहार।

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