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16 Jun 2021 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक
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लिखने जब जाते हैं।
कुछ समझ नही आता है।
लेखनी जब रुक जाता है,
वही मुक्तक कहलाता है।।
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स्वरचित एवं मौलिक
मैं

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