बेसुध हो तेरी इबादत कर रहा है वो
१.
बेसुध हो तेरी इबादत कर रहा है वो
हर – पल हर सांस तेरी बंदगी कर रहा है वो
उसे तेरे रहमो करम पर भरोसा है
तेरा नूर बन खिल रहा है वो
२.
फ़रिश्ता कर मुझको, उन जरूरतमंदों के लिए
जिन्हें तेरे रहमो करम का एह्सास है ऐ मेरे खुदा
राहे – इंसानियत से नवाज़ मुझको, ऐ मेरे खुदा
कर दे हर एक के दिल का नूर मुझको ऐ मेरे खुदा