सुन्दर तेरी छवि , मधुर तेरी वाणी
१.
सुन्दर तेरी छवि , मधुर तेरी वाणी
कोमल ह्रदय से सुसज्जित , श्रेष्ठतम तेरे भाव
व्याप्त तू हर एक आत्मा में , प्रियतम तेरा स्वभाव
गुरु सा तेज तुझमे, तुम हो सर्वशक्तिमान , हे परमेश्वर
२.
छवि तेरी निराली, तू है दुनिया का रखवाला
तेरी सजा में भी है नेकी, तूने सभी को पाला
तेरी दया सभी की चाहत, सभी की अभिलाषा
रत्नाकर सा विशाल ह्रदय तेरा, विराजो तुम शिवाला