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14 Feb 2021 · 1 min read

सिन्धु

सबसे ज्यादा सिन्धु को,खुद पर है अभिमान ।
कश्ती को ले चल उधर, जहाँ अधिक तूफान।
जहाँ अधिक तूफान,धैर्य साहस से रहना।
लहरों की है घात,थाम के कश्ती रखना।
बचपन की है बात, सिन्धु से खेला तबसे।
सदा निभाना धर्म,यही कहता हूँ सबसे।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

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