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7 Feb 2021 · 1 min read

आइना मुझसे मेरी...

आइना मुझसे मेरी पहले सी सूरत माँगे,
मेरा मुझमें जिंदा होने का सबूत माँगे…..
.
वो बहार आयी थी कभी फूलों पर,
चाँद तारों की बातें भी हुआ करती थी रातों में,
रूकसते यादों में दबी अब कुछ दास्तान रह गयी,
मुहब्बत का कर नाम बदनाम, मेरी ख्वाहींशे अधुरी रह गयी,
तेरी दगा पर भी मेरा दिल तेरा शुक्र माँगे…..
आइना मुझसे मेरी पहले सी सूरत माँगे….
.
वो भरी बरसात में भी मेरा तनहा रोना,
तेरी यादों को सच मान के खूद को खोना,
वो तेरे आने पर जमाने को भूल जाने की जिद्द थी मेरी,
वो तेरे लौट जाने पर बस हैं खामोशी मेरी,
मेरी जिंदा लाश को अब कोई जनाजा ना माँगे…..
आइना मुझसे मेरी पहले सी सूरत माँगे……
#sapnaks

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