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23 Jan 2021 · 1 min read

दोहे

तोल मोल कर बोल रे, कटुवाणी दे छोड़।
आहत करके किसी को, यूॅं रिश्ते ना तोड़।

इंसान की वाणी में , बसते हैं भगवान।
मधुर वचन बोलकर तू, करले अनुपम दान।

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