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4 Jan 2021 · 1 min read

खुश रहो नये साल में

हर भाव में समभाव में ,
सत्संग के प्रभाव में ।
कृपा रहे त्रिकाल में ,
खुश रहो नये साल में ।।1।।

आशा रहे विश्वास भी ,
कुछ प्रार्थना और प्रयास भी ।
हर हाल में हर काल में ,
खुश रहो नये साल में ।।2।।

कुछ बदलेगा नहीं ,
गर तुम बदल नहीं पाए ।
ठोकरें लगती रहेंगी ,
गर तुम संभल नहीं पाए ।।3।।

त्याग हर तनाव तुम ,
मुस्कुरा तत्काल में ।
हर हाल में हर काल में ,
खुश रहो नये साल में ।।4।।

तुम खुद अपनी तकदीर हो ,
इसे कोई और बदल नहीं सकता ।
समस्या एक सच्चाई है ,
ये यूँ ही टल नहीं सकता ।।5।।

कृष्ण तुम्हारे साथ हैं ,
सूक्ष्म में विकराल में ।
हर हाल में हर काल में ,
खुश रहो नये साल में ।।6।।

कवि – मनमोहन कृष्ण
तारीख – 04/01/2021
समय – 07:21 (सुबह)
मोबाईल – 9065388391

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