— मिलेंगे फिर —
आपके उत्साह के कायल हैं हम
आपके प्यार के एहसानमंद हैं हम
आपने जो सहयोग दिया कविता पर
उस के लिए दिल से धन्यवादी हैं हम
उम्मीद से बढ़कर आपने हम को
अपना इतना बड़ा सम्मान दे दिया
हम तो कुछ भी नही थे अभी
अब तो आपने मशहूर बना दिया
शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया
बार बार स्वीकार करो मेरा शुक्रिया
“कोरोना” वाली कविता को पसंद करने को
” अजीत तलवार” का आप को शुक्रिया !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ