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11 Sep 2020 · 1 min read

आ गले मुझको लगाओ

2122 2122 2122 2122

जाँ न जाओ लौट आओ, यूँ न तनहा छोड़ जाओ।
क्यों खफ़ा हो इस तरह तुम,बात क्या मुझको बताओ।
मानता हूँ भूल अपनी, जो हुई है अब न होगी,
भूलकर सारी ख़ता को, आ गले मुझको लगाओ।

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