Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Sanskriti jha
7 Followers
Follow
Report this post
1 Sep 2020 · 1 min read
शेर
बहुत समझा लिया सभी को अपने बारे मे
अब दिल करता है सुन ही लू अपनी बुराइयाँ थोड़ा मुस्कुरा कर??
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
4 Likes
· 323 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
चलता समय
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Sentenced To A World Without You For All Time.
Manisha Manjari
"माला"
Shakuntla Agarwal
शाख़ ए गुल छेड़ कर तुम, चल दिए हो फिर कहां ,
Neelofar Khan
#दोहा-
*प्रणय*
डर
Girija Arora
वक्त का तकाजा हैं की,
Manisha Wandhare
तुम्हें यह याद रखना होगा कि तुम कौन हो और क्या बनने का निर्ण
पूर्वार्थ
कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल
RAMESH SHARMA
व्यर्थ बात है सोचना ,
sushil sarna
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में "धर्मसंस्थापनार्थाय संभवाम
गुमनाम 'बाबा'
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
नवंबर का ये हंसता हुआ हसीन मौसम........
shabina. Naaz
"अफसाना "
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन में
ओंकार मिश्र
# उचित गप्प
DrLakshman Jha Parimal
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
हर पीड़ा को सहकर भी लड़के हँसकर रह लेते हैं।
Abhishek Soni
बीती यादें
Shyam Sundar Subramanian
My Precious Gems
Natasha Stephen
चुनाव 2024....
Sanjay ' शून्य'
गाय, बछड़ा और गौभक्त / musafir baitha
Dr MusafiR BaithA
वैसे थका हुआ खुद है इंसान
शेखर सिंह
शबनम छोड़ जाए हर रात मुझे मदहोश करने के बाद,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेहतरीन थे हम
शिव प्रताप लोधी
मैंने देखा नहीं रंगों से जुदा करके उसे ,
P S Dhami
मैं चट्टान हूँ खंडित नहीँ हो पाता हूँ।
manorath maharaj
इंसान को,
नेताम आर सी
कारगिल युद्ध के समय की कविता
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
वक्त
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...