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1 May 2020 · 1 min read

जीने की राह दिखाता हूँ

जीने के लिए राह दिखाता हूँ

जीने के लिये राह दिखाता हूँ,
बच्चों को सच्चा मार्ग बताता हूँ।
तराशता हूँ हीरे की तरह उन्हें,
असली डगर पर चलना सीखाता हूँ।

बच्चों को अच्छा इंसान बनाता हूँ,
मुश्किलो से लड़ना सिखाता हूँ।,
जिंदगी की हर राह में बच्चें,
आगे बढ़ना खूब सीखाता हूँ।

बच्चों में नव ज्योति जलाता हूँ,
राष्ट्र का निर्माण कराता हूँ।
यही है मेरी कहानी साथियों,
समाज का उत्थान कराता हूँ।
~~~~~~~~~~~~~~~
डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभावना (छत्तीसगढ़)
मो. 8120587822

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