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17 Mar 2020 · 1 min read

मुक्तक

बड़ी हैरत से हम उन्हें देखा किए आज
उठाए फिरते थे सच के कंधे पे जो झूठ की लाश
न्यालय से संसद में आ गए वो आज.?
अब सच भी झूठ के पहरे में है
देखिए तो… न्याय की देवी रहबर र मुल्क के
सरपरस्ती में दिखे है आज
~ सिद्धार्थ

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