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30 Jan 2020 · 1 min read

एक महा नायक आया,

कविता

एक महा नायक आया

इस देश में एक महा नायक आया,
जिसने नाम भीमराव पाया ,|

मात पिता का लाड़ला जे आया,
चउँदा वा रतन जन्म ये पाया,|

बड़े बड़ों का गूरूर तोड़ने ये आया,
शिक्षा में कोई इसे पछाड़ न पाया,|

समय जिनके जो बिपरित जो आया,
फिर भी इनके मन को बदल ना पाया,|

जब इन्होनें शिक्षा पायी,
देश विदेशों से कीर्ति छायी,|

सबसे आगे हाथ उठाया,
मानवता का सबको पाठ पढा़या,|

इन जैसा ज्ञानी कोई और नहीं पाया,
सभी देशों ने इनका मान बडा़या

जब देश में था अकाल हैं छाया,
तब सभी याद इनका नाम ये आया,|

भारतीय संविधान इनसे लिखवाया,
उसमें इनने मानवता पाठ पढा़या,|

देश विदेशों में हैं इनका नाम ये छाया,
इनसा कोई और न पाया,|

इनसे देश हैं संविधान ये पाया,
जिससे देश हैं आगे आया,|

जय भीम जय संविधान,

लेखक— Jayvind singh nagariya ji

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