Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2020 · 1 min read

गाँव के दोहे

गाँव के दोहे

संगत में जब से पड़ा, सभ्य नगर की गाँव
अपना घर वो त्याग कर, चला गैर के ठाँव।१।
***
मिलना जुलना बतकही, पनघट पर थी खूब
सब अपनापन मर गया, मोबाइल में डूब।२।
***
बिछी सड़क कंक्रीट की, झुलसे जिसमें पाँव
पीपल कटकर गुम हुये, कौन करे फिर छाँव।३।
**
सेज माल के वास्ते, कटे खेत खलिहान
जिससे लोगों मिट गयी, गाँवों की पहचान।४।
**
सड़क योजना खा गयी, पगडंडी हर ओर
पहले सी होती नहीं, अब गाँवों की भोर।५।
**
© लक्ष्मण धामी “मुसाफिर’

Language: Hindi
1 Like · 3654 Views

You may also like these posts

" दायरे "
Dr. Kishan tandon kranti
सलाम
सलाम
Dr.S.P. Gautam
ख़त्म अपना
ख़त्म अपना
Dr fauzia Naseem shad
मदर्स डे
मदर्स डे
Satish Srijan
प्यार मोहब्बत चाहत
प्यार मोहब्बत चाहत
Neeraj Agarwal
3323.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3323.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
खेल था नसीब का,
खेल था नसीब का,
लक्ष्मी सिंह
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
gurudeenverma198
पर्वत और गिलहरी...
पर्वत और गिलहरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
** चीड़ के प्रसून **
** चीड़ के प्रसून **
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
ज़ख्म
ज़ख्म
Meera Thakur
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Ayushi Verma
#आज_का_संदेश
#आज_का_संदेश
*प्रणय*
कितनी निर्भया और ?
कितनी निर्भया और ?
SURYA PRAKASH SHARMA
भारतीय नारी
भारतीय नारी
Rambali Mishra
महफिलों में अब वो बात नहीं
महफिलों में अब वो बात नहीं
Chitra Bisht
कैसे कहूँ दिल की बातें
कैसे कहूँ दिल की बातें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
क्या कहूं?
क्या कहूं?
शिवम राव मणि
अक्ल का अंधा - सूरत सीरत
अक्ल का अंधा - सूरत सीरत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
संघर्ष और सफलता
संघर्ष और सफलता
पूर्वार्थ
आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है
आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है
शेखर सिंह
"हिंदी भाषा है, समाज का गौरव दर्पण"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
पिता पर गीत
पिता पर गीत
Dr Archana Gupta
ग़ज़ल _ यूँ नज़र से तुम हमको 🌹
ग़ज़ल _ यूँ नज़र से तुम हमको 🌹
Neelofar Khan
***किस दिल की दीवार पे…***
***किस दिल की दीवार पे…***
sushil sarna
रूप आपका
रूप आपका
surenderpal vaidya
यहां ज्यादा की जरूरत नहीं
यहां ज्यादा की जरूरत नहीं
Swami Ganganiya
संवेदना(सहानुभूति)
संवेदना(सहानुभूति)
Dr. Vaishali Verma
कुछ लोग जन्म से ही खूब भाग्यशाली होते हैं,
कुछ लोग जन्म से ही खूब भाग्यशाली होते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...