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25 Aug 2019 · 1 min read

ख्वाहिश

ख्वाहिश दिल की
जुबान पे आ जायेगी
तो बात बन जायेगी
वर्ना जिन्दगी यूं ही
रोज की तरह
मायूस गुजर जायेगी ।

खामोशी निगाहों की
कुछ इशारा कर जायेगी
तो नजर मिल जायेगी
वर्ना महफिल की रौनक
कुछ देर मे
खत्म हो जायेंगी ।

धड़कने दिल की
एक हो जायेंगी
तो प्यार की राहें
परवान हो जायेंगी
वर्ना किश्ती साहिल से
बहुत दूर चली जायेगी ।

राज विग 25.08.2019.

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